आसमान कि हवा बदली हुई है धुप , बादल के लिए पगली हुई है जाने क्या कुछ कह दिया लहरो ने आकर रेत पर अब तो फ़िदा मछली हुई है जिंदगी , सौगात फूलो कि नही , यार तोड़कर पत्थर नदी निकली हुई है , झील में सपने सजोये कस्तियाँ है और , पानी कि सतह छिछिली हुई है , चाँद तारो कि अभी क्या है जरूरत यह सदी खुद बरफ सी पिघली हुई है सोचो , उसका जेठ में क्या हल होगा जो नदी सावन में ही पतली हुई है ,
पूछ मत बाज़ार का मेयार"मिथिलेश " चीज जो नकली , असली हुई है ,
गहमर को मिला चुनावी तोहफा केन्द्र सरकार ने ताडीघाट-बारा मार्ग को राष्टीय राजमार्ग (एन0एच0) घोषित किया, 137 करोड रूपये की लागत से बनने बाली 39 किलोमीटर सडक सुहवल,रेवतीपुर,नौली,भदौरा, कामॉंख्या धाम गहमर होते हुए बारा तक जायेगी, इस के निर्माण का ठीका नीजी कम्पनी को दिया जा रहा है जो 25 साल तक इसके रख रखाव के साथ टोल टैक्स वसूल कर अपने 137 करोड रूपये प्राप्त करेगी इस दौरान उन्हे सडक के मेटनेंस का कोई अतरिक्त रकम नहीं दिया जायेगा
जानकारी सुत्रां के अनुसार................
राष्ट्र गान 'जन गण मन' आज ही के दिन पहली बार साल 1911 में इंडियन नैशनल कांग्रेस के कोलकाता सेशन में गाया गया। हर भारतीय के दिल को छू जानेवाले इस खूबसूरत गान को गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने लिखा है।
पूछ मत बाज़ार का मेयार"मिथिलेश " चीज जो नकली , असली हुई है ,
मिथिलेश ' गहमरी ' सम्पर्क +919452136687
अधिषाषी अभयिन्ता दिनेश सिह |
सभा को संबोधित करते पर्यटक मंत्री ओमप्रकाश सिंह |
गहमर को मिला चुनावी तोहफा केन्द्र सरकार ने ताडीघाट-बारा मार्ग को राष्टीय राजमार्ग (एन0एच0) घोषित किया, 137 करोड रूपये की लागत से बनने बाली 39 किलोमीटर सडक सुहवल,रेवतीपुर,नौली,भदौरा, कामॉंख्या धाम गहमर होते हुए बारा तक जायेगी, इस के निर्माण का ठीका नीजी कम्पनी को दिया जा रहा है जो 25 साल तक इसके रख रखाव के साथ टोल टैक्स वसूल कर अपने 137 करोड रूपये प्राप्त करेगी इस दौरान उन्हे सडक के मेटनेंस का कोई अतरिक्त रकम नहीं दिया जायेगा
जानकारी सुत्रां के अनुसार................
- सभी को सुप्रभात गहमर को मिला एक और चुनावी तोहफा
- गहमर के नरवाघाट को पक्के घाट बनाने का शिलान्यास कल माननीय पर्यटक मंत्री ओमप्रकाश सिंह 27 दिसम्बर को सुबह 10 बजे करेगें'''''''''अखंड गहमरी
- आज 25 दिसम्बर को गहमर स्थित मेरी दुकान में मैं अखंड गहमरी और भोजपुरी लोकगीत गायक एवं अभिनेता गोपाल राय एक साथ
- मित्रों आप सब को सूचित करते बडा हर्ष हो रहा है कि आज 21 दिसम्बर को समय देा बज कर 56 मिनट पर गहमर गुप्र में सिरद्रर्थ सिंह सिकरवार के ज्वाइन करते ही इस गुप्र के सदस्यों की सख्या तीन अंक से चार अंक 1000 पहुच गयी आप सब के सामुहिक प्रयास पर आप सब को बधाई आशा है कि अगर आप सब का सहयोग रहा तो इस गुप्र की संख्या 5 अंको में पहुच जायेगी सप्रेम आपका अखंड गहमरी
- जो लोग अभी तक इस गुप्र से नही जुड पाये वह इस पर रिक्वेस्ट भेज कर ज्वाइन कर सकते है
राष्ट्र गान 'जन गण मन' आज ही के दिन पहली बार साल 1911 में इंडियन नैशनल कांग्रेस के कोलकाता सेशन में गाया गया। हर भारतीय के दिल को छू जानेवाले इस खूबसूरत गान को गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने लिखा है।